कैसे स्थिर होगी महालक्ष्मी ...

जो आस्तिकजन लक्ष्मी की स्थिरता चाहते हैं उन्हें सायंकाल :१९ से ०८:१७ के बीच लक्ष्मी का स्थिर लग्न में पूजन करना चाहिए|पूजन में आंवला,साल की धानी व् ईख विशेष रूप से होना चाहिए|लक्ष्मी के पार्टिक चांदी के सिक्कों का पूजन कर हल्दी,कंकू चदा चित्र के दाहिनी और लाल या पीले वस्त्र में स्वास्तिक बना चांदी के सिक्कों को रखें|तथा पूजनोपरांत उन्हें उन्ही वस्त्र में लपेटकर अपनी अलमारी में रखें|लक्ष्मी की स्थिरता बनेगी तथा लम्बे समय तक उसका उपभोग कर सकेंगे|
धन की स्थिरता:-
यदि सचित राशी शीघ्र ही अन्य मदों में खर्च हो जाती है तो उसे आस्तिकजन इस दिन सायंकाल ०७:११ से ०७:२४ के मध्य एक नोट की गड्डी में मोली लपेट मुलठी,आंवला व् कमल गट्टा साथ में ले लें,लाल वस्त्र में लपेटकर सेफ में रखें,लक्ष्मी की स्थिरता बनेगी|
व्यापर में लाभ:-
व्यापार विनिमय में सदैव आर्थिक परेशानी रहती हो,वे पूजन स्थल पर लक्ष्मी जी के चित्र के दाहिनी और रक्त कमल का पुष्प रखें तथा बाई बाजु में गोमती चक्र रखें|पूजा के बाद शुभ महूर्त में चांदी के सिक्कों के साथ लाल कपडे में मुलेट,ईख के खंड व् गोमती चक्र के साथ सेफ में स्थापित करें लाभ होगा|
ऐसे होगी प्रसन्न महालक्ष्मी :-
  • दीपावली के दिन किसी गरीब सुहागिन इस्त्री को सुहाग का सामान दान करें|
  • दीपावली के दिन नये झाड़ू पूजा से पहले उस से थोडा सफाई करें और उसे एक तरफ रख दें|अन्य दिन उसका प्रयोग करें इस दरिद्र दूर होगी घर में लक्ष्मी का आगमन होगा|
  • मध्यरात्रि में लक्ष्मी जी के मन्त्रों का जाप करने से महालक्ष्मी की प्रसंता से धन की प्राप्ति होती है|
  • आर्थिक स्थिति में उनती के लिए दीपावली की रात सिंह लगन में श्रीसूक्त का पाठ करें|
  • दक्षिणावर्ती शंख,मोती शंख,कुबेर पात्र,गोमती चक्र घर में रखें|लक्ष्मी जी की कृपा पात्र होगी|

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