अमरीकी तैराक मिसी फ्रेंकलिन ने पाई हिंदू ग्रंथों को पढने से शांति


ओलंपिक खेलों में पांच स्वर्ण पदक जीतने वाली करिश्माई तैराक मिसी फ्रेंकलिन को हिंदू ग्रंथों को पढ़ने से मानसिक शांति मिलती है। 

अमरीका की 23 साल की इस तैराक ने पिछले साल दिसंबर में संन्यास की घोषणा कर चौंका दिया था। कंधे के दर्द से परेशान इस तैराक ने संन्यास के बाद मनोरंजन के लिए योग करना शुरू किया। 

मगर हिंदू धर्म के बारे में जानने के बाद उनका झुकाव आध्यात्म की तरफ हुआ। अब वह जॉर्जिया विश्वविद्यालय में धर्म में पढ़ाई कर रही हैं।


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