छोटे छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं,पर उनकी विधिवत जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं |यहाँ कुछ उपयोगी टोटकों कि विधिवत जानकारी दी जा र्ही है |
कवि उर अजिर नवावहिं बानी |
मोरी सुधारिहि सो सब भांति
जासु कृपा नहीं कृपा अघाती ||
सो तेहि मिलइ न कछु संदेहू ||
सरल सबल साहिब रघुराजू ||
ताकर नाम भरत अस होई ||
कामद धन दारिद द्वारिके ||
जघपि ताहि कामना नाहीं |
तिमी सुख सम्पति विनहि बोलाए |
धर्मसील फिन जाहीं सुभाएँ ||
सूत स्नेह बस माता बाल चरित कर गान ||
सुख सम्पति नाना विधि पावहिं ||
चहहीं भगती गति संपति नई ||
तिन कर सकल मनोरथ सिद्ध करही त्रिसिरारि ||
बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना ||
राम प्रताप विषमता खोई ||
माडवी श्रुतकीर्ति उर्मिला कुअरी लई हवनाती के ||
परीक्षा में पास होने के लिए:
जेहि पर कृपा करहीं जनु जानी |कवि उर अजिर नवावहिं बानी |
मोरी सुधारिहि सो सब भांति
जासु कृपा नहीं कृपा अघाती ||
आकर्षण के लिए :
जेहि के जेहिं पर सत्य सनेहू |सो तेहि मिलइ न कछु संदेहू ||
खोई हुई वस्तु पुन:प्राप्त करने के लिए :
गयी बहोर गरीब नेबाजू |सरल सबल साहिब रघुराजू ||
जीविका प्राप्त करने के लिए :
विस्व भरन पोषण कर जोई |ताकर नाम भरत अस होई ||
दरिद्रता दूर करने के लिए :
अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारी के |कामद धन दारिद द्वारिके ||
लक्ष्मी प्राप्त करने के लिए:
जिमी सरिता सागद महूँ नाहीं |जघपि ताहि कामना नाहीं |
तिमी सुख सम्पति विनहि बोलाए |
धर्मसील फिन जाहीं सुभाएँ ||
पुत्र प्राप्ति के लिए :
प्रेम मगन कौसल्या निसदिन जात न जान |सूत स्नेह बस माता बाल चरित कर गान ||
सम्पति प्राप्त के लिए:
जे सकाम न सुनहिं जे गावहींसुख सम्पति नाना विधि पावहिं ||
सर्वसुख प्राप्त करने के लिए:
सुनहिं विमुक्त विरत अरु विषई |चहहीं भगती गति संपति नई ||
मनोरथ सिद्धि के लिए:
भव भेषज रघुनाथ जसु सुनहिं जे नर और नारी |तिन कर सकल मनोरथ सिद्ध करही त्रिसिरारि ||
मुकदमा जीतने के लिए :
पवन तनय बल पवन समाना |बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना ||
शत्रुता नाश के लिए :
बयरु न कर काहू सन कोई |राम प्रताप विषमता खोई ||
विवाह के लिए :
तब जनक पाई बसिष्ठ आयसु व्याह साज संवारिके |माडवी श्रुतकीर्ति उर्मिला कुअरी लई हवनाती के ||
No comments:
Post a Comment